उत्तर प्रदेश की खतौली सीट के लिए चार दिसंबर को उपचुनाव हुए थे जिसमें मतदाताओं ने अपने मनपंसदीदा उम्मीदवारों के लिए मत डाले थे। भाजपा पार्टी की तरफ से पूर्व विधायक विक्रम सिंह सैन की पत्नी राजकुमारी सैनी को टिकट दिया गया था जबकि सपा की तरफ से मदन भैया उम्मीदवार बने थे। नतीजे के आकड़ों के मुताबिक भाजपा को हराकर मदन भैया ने यह सीट अपने कब्जें में ले ली है। इससे यह प्रतीत होता है कि बीजेपी को अबी कुछ और रणनीति में अग्रसर होना पड़ेगा।
मुजफ्फनगर में दंगों के कारण खतौली सीट हुई थी रिक्त
चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के मुताबिक मदन भैया को 97 हजार 139 मत मिले जबकि राजकुमारी को 74 हजार 996 वोट हासिल हुए। हार-जीत का अंतर 22 हजार 143 मतों का रहा।इसके साथ ही राज्य विधानसभा में राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों की संख्या बढ़कर नौ हो गयी है।खतौली सीट भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी को मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े एक मामले में सजा सुनाये जाने के कारण उनकी सदस्यता रद्द होने के चलते रिक्त हुई थी।
भाजपा ने पूर्व विधायक की पत्नी को दिया था टिकट
भाजपा ने इस सीट पर उनकी पत्नी राजकुमारी सैनी को उम्मीदवार बनाया था। यह सीट सपा गठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल को मिली थी, जिसने यहां मदन भैया को प्रत्याशी बनाया था। मतगणना की शुरुआत से ही राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी ने मजबूत बढ़त बना ली थी जो अंत तक बरकरार रही।