उत्तर प्रदेश में भाजयुमो (भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा) ने अरविंद राज त्रिपाठी उर्फ छोटू त्रिपाठी को प्रदेश मंत्री नियुक्त किया है। पार्टी को अपने इस फैसले पर अब किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, पार्टी ने जिस युवक को मंत्री नियुक्त किया है, उसपर 16 मुकदमे दर्ज हो चुके, जिसमें से वह 15 मामलों में बरी हो चुका है, वहीं एक अन्य मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है।
अरविंद राज त्रिपाठी उर्फ छोटू त्रिपाठी की इस हिस्ट्री को लेकर भाजयुमो को निंदा का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में छोटू त्रिपाठी पर पुलिसकर्मी से अभद्रता करने और सरकारी काम में बाधा डालने का केस भी दर्ज हुआ था। इसके बाद भी पार्टी ने चुनावी साल में उसे अहम पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
काकादेव थाने के रिकॉर्ड के मुताबिक अरविंद थाने से हिस्ट्रीशीटर है। ऐसे में उसे ये पद दिए जाने से पार्टी कार्यकर्त्ता ही सवाल खड़े कर रहे हैं। भाजयुमो प्रदेश पदाधिकारियों की घोषित सूची में शहर से अरविंद राज त्रिपाठी को मंत्री व शिवबीर सिंह भदौरिया को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
शिवबीर बीजेपी दक्षिण और अरविंद राज बीजेपी उत्तर में सक्रिय हैं। शिवबीर पिछले तीन सालों से युवा मोर्चा में प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर थे तो अरविंद राज युवा मोर्चा के रचनात्मक प्रकोष्ठ में प्रदेश संयोजक व कई अन्य पदों पर रह चुके हैं।
साल 2005 में चकेरी थानाक्षेत्र में छात्र नेता सनी गिल की हत्या के मामले में अरविंद को आरोपित बनाया गया था और सीतापुर सेशन कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इस हत्याकांड में वह लंबे समय तक जेल में रहा। हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया था।