आजमगढ़ (उप्र) : जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रही छात्रा से हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
इस बीच, निजामाबाद की उप जिलाधिकारी ने स्कूल से छात्रा का नाम काटे जाने की खबर को गलत बताया और पीड़िता को हरसंभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है।
पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने मंगलवार को बताया कि आरोपी घटना के बाद किशोरी को वाहन से फेंक कर फरार हो गये। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त वाहन बरामद कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता के परिजनों द्वारा की गई शिकायत में बताया गया है कि सरायमीर थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी शनिवार को स्कूल गयी थी। छुट्टी होने के बाद वह घर लौट रही थी कि सुनसान रास्ते में एक जीप में सवार दो युवकों ने उसका अपहरण कर वाहन में उससे सामूहिक बलात्कार किया।
शिकायत के अनुसार, घटना के बाद आरोपी बेहोश छात्रा को सड़क के किनारे फेंक कर फरार हो गये। किसी तरह पीड़ित छात्रा घर पहुंची और परिजनों को सब कुछ बताया।
परिजनों ने थाने में दो युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर दी जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपी युवकों सिकन्दर हरिजन तथा ऋषि को कौरागहनी गांव के पास से सोमवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित छात्रा के नाम स्कूल से काटे जाने की खबर पर निजामाबाद की एसडीएम प्रियंका ने कहा कि यह खबर सही नहीं है।
वहीं जिलाधिकारी एनपी सिंह ने कहा ‘‘मैंने एसपी को प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं। पीड़िता के साथ हुआ अपराध पोक्सो कानून (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम) के तहत आता है। इसलिए हम प्रदेश सरकार की योजना रानी लक्ष्मी बाई कोष से उसे आर्थिक सहयोग दिलायेंगे। और पीड़ित छात्रा की हर सम्भव मदद की जायेगी।’’