तकनीक के दम पर देश में कृषि क्षेत्र को मजबूत कर किसानो की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार करने के संकल्प को पूरा करने के मकसद से फिनटैक समाधान प्रदाता कंपनी बीपीसी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘सफल फसल’ की लाचिंग की।
कंपनी का दावा है कि उसका अभिवन प्रयोग न सिर्फ कृषि क्षेत्र में क्रांति लायेगा बल्कि विशेषकर छोटे और मझोले किसानो को आर्थिक रूप से स्वालंबी बनाने में कारगर होगा।
बीपीसी के उपाध्यक्ष देवर्षि दत्ता ने यहां पत्रकारों से कहा कि किसानों की ऋण संबंधी समस्याओं के समाधान से लेकर इन्वेंटरी मैनेजमेन्ट, फाइनैंशियल, कृषि उपकरणों, खेती में नुकसान,गुणवत्तापूर्ण स्टोरेज सुविधाओं तक ‘सफल फसल’ आधुनिक तकनीक के द्वारा किसानों की आय को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करेगा। बीपीसी की इस पहल में इण्डिया हेल्थ लिंक, आईसीआईसीआई बैंक, टेनेजर इंटरनेशनल, ट्रांसिटी, एवं गपशप्स समेत कई अग्रणी भारतीय ऋणदाताओं और कृषिटैक कंपनियां साझेदारी बनी है।
इस मौके नाबार्ड के उप महाप्रबंधक सुशील कुमार राय ने कहा कि उन्नति तकनीक के अभाव में देश के किसानो को अपनी फसल का बाजिव मूल्य नहीं मिल पाता है और खराब मौसम के हालात में उन्हे अपनी उपज की लागत भी नहीं मिल पाती है। सफल फसल देश के छोटे और मझोले किसानो को अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी उपलब्ध करायेगा और साथ ही फसल के जोखिम की सुरक्षा भी मुहैया करायेगा। इससे निसंदेह उनकी आय में इजाफा होगा।
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है और यहां के किसान मेहनतकश और जागरूक है जो निश्चय ही बीपीसी की योजना का लाभ उठाना पसंद करेंगे। किसान वेबसाइट और स्मार्ट फोन के जरिये बीपीसी से संपर्क साध कर उन्नत तकनीक और जोखिम सुरक्षा की जानकारी प्राप्त कर सकते है और जहां इंटरनेट उपलब्ध नही है, वहां वे कंपनी के सहायक माडल का फायदा उठा सकते है।
श्री दत्ता ने बताया कि सफल फसल मार्केट प्लेस खरीददारों को विक्रेताओं से जोड़ता है और उचित कीमतों, क़िफायती ऋण सेवाओं द्वारा किसानों की आय में सुधार लाने में मदद करता है। किसानो को सलाह देकर फसल उत्पादन में बढोत्तरी के साथ साथ उनकी आय में इजाफा करना सफल फसल का उद्देश्य है। इसके माध्यम से उपभोक्ता किसानों और उनके उत्पादों से लाभान्वित हो सकते हैं और बेहतर खरीद प्रणाली और लोजिस्टिक्स सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस तरह बात्रार में कम जोखिम के साथ बेहतर और संतुलित कीमतें सुनिश्चित होती हैं।
बीपीसी बैंकिंग टेक्नोलोजीत्र के चेयरमैन एनाटोली लोगीनोव ने कहा ‘‘ अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण में इकोसिस्टम का निर्माण महत्वपूर्ण है। अब सिर्फ पाइन्ट.टू.पाइन्ट समाधानों से ही बेहतर परफोर्मेन्स पाना संभव नहीं है। इसके लिए विभिन्न दलों के बीच सहयोग अपेक्षित है और डिजिटल तकनीक को बढ़वा देना त्ररूरी है। ऐसा करके हम बड़ पैमाने पर सामाजिक एवं आर्थिक विकास में योगदान दे सकते हैं और विभिन्न समस्याओं को हल कर सभी के लिए निष्पक्ष कारोबारए स्वस्थ फाइनैंशियल सेवाओं को सुनिश्चित कर सकते हैं।
उन्होने कहा कि बड़ पैमाने पर किए गए ये डिजिटल इनोवेशन किसानों को फाइनैंशियल सेवाओं एवं कारोबार हितधारकों के साथ जोड़कर उन्हें सशक्त बनाएंगे। सफल फसल असंगठित कृषि क्षेत्र की कमियों को दूर करेगा तथा किसानोंए एफपीओ,एफपीसी इनपुट प्रदाताओं, उत्पादक.खरीददार वित्तीय संस्थानों,बीमा कंपनियों,लॉजिस्टिक्स प्रदाताओं, उपकरण प्रदाताओं, परामर्श सेवाओं एवं अन्य प्रासंगिक वैल्यू एडेड सेवा प्रदाताओं को एक दूसरे के साथ जोड़गा।