बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और लखीमपुर खीरी कांड के बाद विपक्षी दलों पर सरकार की कार्रवाई यह साबित करती है। मिश्रा ने बुधवार को कहा, हमने सरकार द्वारा इस तरह की कार्रवाई कभी नहीं देखी। यूपी में कानून-व्यवस्था मौजूद नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, एक केंद्रीय मंत्री के बेटे पर अपने वाहन से किसानों को कुचलने का आरोप है।
इससे पहले पुलिस ने लखनऊ में एक कार्यकारी की हत्या कर दी थी और एक आईपीएस अधिकारी ने महोबा में एक साल पहले किसी की हत्या कर दी थी। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, लेकिन विपक्ष को हाउस अरेस्ट में रखा गया है। मिश्रा के आवास के बाहर तैनात पुलिस बल को मंगलवार रात हटा दिया गया। बसपा नेता ने कहा कि बसपा के स्थानीय नेतृत्व के एक प्रतिनिधिमंडल ने मृतकों के परिवारों से मुलाकात की और उन्होंने उनसे फोन पर बात भी की थी।
जानिए क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर दो वाहनों से कुचले जाने के बाद हिंसा भड़क गई। जानकारी के मुताबिक इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के मुताबिक “किसानों के प्रदर्शन में शामिल कुछ तत्वों” की पिटाई से भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की मौत हो गई थी।
प्रदर्शनकारी किसान तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को कुचले जाने की घटना से नाराज लोगों ने कथित तौर पर 2 गाड़ियों को जबरन रोककर उनमें आग लगा दी थी। उन्होंने कथित तौर पर कुछ यात्रियों की भी पिटाई की थी।