भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू कार्ड खेलते हुये सोमवार को कहा कि कांग्रेस और गठबंधन को मुस्लिम वोट की दरकार है जबकि अन्य वर्गो को खुलकर भाजपा के पक्ष में खड़ होने की जरूरत है। लोकसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त होने से एक दिन पहले सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुजफ्फरनगर,शामली और बागपत में ताबड़तोड़ जनसभायें कर श्री योगी ने मोदी सरकार को देश की सुरक्षा और विकास का द्योतक बताया और कहा कि कांग्रेस और सपा-बसपा के डीएनए पर सवाल खड़ होता है, क्योंकि ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को लेकर सेना से सबूत मांग रहे हैं।
बिजनौर में एक जनसभा में उन्होने कहा ‘‘ रविवार को एक जनसभा में बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि उन्हें केवल मुस्लिम वोट चाहिए, बाकी नहीं चाहिए। यही बाकी वोट लेने मैं यहां आया हूं। यहां की सीट से उत्तर प्रदेश की 80 सीटें प्रभावित होंगी। इसलिए मेरा विनम, आग्रह है कि अपने वोट का सही प्रयोग करें।’’
योगी ने कहा कि 1946 व 1947 में जोगेंद्रनाथ मंडल ने दलित राजनीति करते हुए मुस्लिम लीग में शामिल होकर देश के साथ विश्वासघात किया था। उन्होने दलित-मुस्लिम एकता के नाम पर देश का बंटवारा करवा दिया। वे पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री बने, लेकिन पाकिस्तान में दलितों की दुर्दशा को वे रोक नहीं सके। जिस तरह दलितों के साथ जोगेंद्रनाथ ने विश्वासघात किया था, यही कार्य अब मायावती कर रही हैं। यह देश फिर से विश्वासघात का शिकार नहीं होगा।
चुनाव योगी मुस्लिम दो लखनऊ मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दंगे में समय सचिन और गौरव के मारे जाने पर चौधरी अजित सिंह विदेश चले गए थे। उस समय सपा सरकार में मंत्री आजम खां ने दंगाइयों को बचाने का कार्य किया। निर्दोष लोग जेल भेज दिए गए, जबकि सपा की सरकार ने दंगाइयों को सम्मानित करने का काम किया। उन्होंने कहा ‘‘ मुलायम सिंह यादव और चौधरी चरण सिंह की विरासत उनके बेटे संभाल नहीं पाए।
एक ने पिता को बाहर निकाल दिया और दूसरे ने पिता के आदर्शों को तिलांजलि दे दी। चौधरी साहब महान किसान नेता थे, लेकिन उनके पुत्र दंगाइयों के साथ जाकर खड़ हो गए। मुझे बड़ा दुख हुआ उस बयान को पढ़कर जिसमें जयंत चौधरी ने कहा कि मैंने जाटों का ठेका नहीं ले रखा है। ’’ योगी ने कहा कि सपा की सरकार में दंगों ने पूरे प्रदेश को बर्बाद कर दिया था। कैराना और कांदला से सैकड़ परिवार पलायन कर गए। सपा-बसपा और लोकदल की सरकार में अपराधियों को शरण दिया जाता था। अपराधी गुंडा टैक्स वसूल कर उनके मंत्रियों को देते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र ने साबित कर दिया कि उसे देश की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी का कोई भरोसा नहीं है कि वह कश्मीर के पत्थरबाजों को भी भत्ता देने की घोषणा कर दें। आज पाकिस्तान घबरा रहा है कि भारत हमला कर देगा। पाकिस्तान को हमेशा के लिए जयश्री राम हो जाना है। अजहर मसूद का काम बहुत जल्द तमाम होने वाला है। उन्होने कहा कि 1947 में महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस का काम समाप्त हो गया है, अब कांग्रेस का विसर्जन कर दो।
वह जानते थे कि कांग्रेस का मतलब अब एक परिवार होने जा रहा है। अब पार्टी का विसर्जन होगा। बापू के सपने को साकार करने के लिए भाई-बहन आ चुके हैं। दोनों पार्टी का विसर्जन करेंगे। कांवड़ यात्रा पर बात करते हुए कहा कि पहली सरकार ने कांवड़ यात्रा पर अंकुश लगाने का कार्य किया। लेकिन हमने यूपी और अन्य सरकार के साथ वैठक कर कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के निर्देश दिए थे। यह भगवान शिव की यात्रा है न कि शव यात्रा है। डीजे भी बजेगा घंटे घड़याल भी बजेंगे।
हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी कारायी गयी। उन्होने कहा ‘‘ प्रियंका वाड्रा का कहना है कि गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हुआ। उनकी देखादेखी मायावती भी गन्ना किसानों पर बोल पड़। मैं कहता हूं कि मायावती को इस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि मायावती ने 21 चीनी मिलों को बंद करवा दिया। गन्ना किसानों का भुगतान मायावती कर सकीं और न ही अखिलेश यादव। 2011 से गन्ना मूल्य का बकाया था। भाजपा सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में 62 हजार करोड़ रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि जब तक खेत में एक-एक गन्ना खड़ है, मिलें बंद नहीं होंगी।