राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) में बहुजन समाज पार्टी (BSP) एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को अपना समर्थन देगी। बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati) ने शनिवार को समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उनका ये फैसला बीजेपी या एनडीए को नहीं बल्कि एक आदिवासी महिला को है।
मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। हमने यह अति महत्वपूर्ण फैसला BJP और NDA के पक्ष या फिर विपक्षी पार्टी के विरोध में नहीं लिया है, बल्कि अपनी पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फैसला लिया है।
द्रौपदी राष्ट्रपति हैं, तो पांडव कौन? रामगोपाल वर्मा के विवादित Tweet पर बीजेपी ने दर्ज कराई शिकायत
उन्होंने कहा, "बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने बसपा को राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिए आयोजित बैठक में नहीं बुलाया।" उन्होंने कहा कि बसपा एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसका नेतृत्व दलितों के साथ है। हम ऐसी पार्टी नहीं हैं जो बीजेपी या कांग्रेस को फॉलो करती है, या जो उद्योगपतियों से जुड़ी है। हम उत्पीड़ितों के पक्ष में निर्णय लेते हैं। ऐसे में अगर कोई पार्टी ऐसी जातियों या लोगों के वर्ग के पक्ष में निर्णय लेती है, तो हम परिणाम की परवाह किए बिना इन दलों का समर्थन करते हैं।
बीजेपी ने आम सहमति का ढोंग किया
मायावती ने कहा, "जातिवादी मानसिकता वाले बसपा के नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिश करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। सत्ता में बैठे दल बसपा के आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। कांग्रेस या बीजेपी नहीं चाहती कि देश में सही मायने में संविधान लागू हो। बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम सहमति का ढोंग किया है और इसलिए विपक्षी दलों और बसपा को दोनों पक्षों से दूर रखा गया है।"