उत्तर प्रदेश में महोबा के निलंबित पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार से जुड़ी ट्विटर पर डाली गई एक भ्रामक व झूठी सूचना को लेकर पुलिस ने ट्विटर खाताधारक के खिलाफ मुकदमा किया है। अपर पुलिस अधीक्षक आर. के. गौतम ने आज यहां कहा कि कबरई के विस्फोटक व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में नामजद अभियुक्त तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार द्वारा खुद को गोली मार लिए जाने सम्बन्धी एक पोस्ट मंगलवार को ट्विटर पर किसी मनीष अमन अग्रवाल नामक व्यक्ति द्वारा डाली गई थी जिसमें ज़रा भी सच्चाई नहीं थी।
इस मामले के प्रकाश में आने पर विवाद शुरू हो गया। संबंधित व्यक्ति ने बाद में अपने दूसरे एकांउन्ट से एक अन्य पोस्ट कर पूर्व में डाली गई अपनी पोस्ट में टाइपिंग की गलती हो जाना बताया था और उसे डिलीट भी कर दिया था। अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सच्चाई की जानकारी किये बगैर ट्विटर पर डाली गई उक्त सूचना से हंगामा खड़ हो गया। उच्चाधिकारियों ने इस सम्बंध में जवाब तलब किया।
पुलिस ने आज मनीष अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। उस खबर से अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। जिसके परिणामस्वरूप सदर कोतवाली पुलिस ने सोशल मीडिया पर डाली गई असत्य व मनगढ़त पोस्ट को गम्भीर मामला मानते हुए इसे जारी करने वाले कथित मनीष अमन अग्रवाल के विरुद्ध देर रात मुकदमा पंजीकृत किया है और प्रकरण में जांच पड़ताल शुरू की है।
बता दें कि भ्रष्टाचार की शिकायतों पर शासन द्वारा निलंबित महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के प्रकरण में हुई एसआईटी जांच के उपरांत चार्जशीट कोर्ट में पेश की जा चुकी है। लेकिन वह न्यायालय में पेश नही हुए है। पाटीदार के फरार होने के कारण अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया है।