केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से देश के कई रेलवे स्टेशनों के नामों में बदलाव हुआ है। भारतीय रेलवे ने हाल ही में बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार को झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन’ करने का प्रस्ताव भेजा है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यहां लोकसभा में झांसी ललितपुर से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अनुराग शर्मा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। शर्मा ने प्रश्न किया था कि क्या सरकार को झांसी के रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव मिला है, इस पर राय ने लिखित उत्तर में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव किया है।
उन्होंने कहा कि स्थापित प्रक्रिया के अनुसार संबंधित एजेंसियों से उनकी टिप्पणियां आमंत्रित की गयीं हैं जिनके प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश की सीमा पर बसा झांसी उत्तर भारत में पुणे के पेशवाओं की एक महत्वपूर्ण रियासत और 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बड़ गढ़ रहा है।
महारानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों की फौज को नाकों चने चबवा दिये थे। वह अंग्रेजों की सेना से लड़ते हुए ग्वालियर में 18 जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुईं थीं। यह ऐतिहासिक शहर महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आत्राद की कर्मस्थली रहा है। बुंदेलखंड का यह शहर एक बड़ सैन्य छावनी है और रेलवे का बहुत महत्वपूर्ण केन्द, है।