बता दें कि अखिल भारतीय निर्वाणी अखाड़ा की बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कहा कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन संभावित है। ऐसी दशा में मंदिर के सकरे रास्ते को चौड़ा किया जाना जरूरी हो गया है। तय किया गया कि निकास द्वार की सीढ़ियों की चौड़ाई बढ़ाई जाए। इसके साथ इसके लिए जो भी व्यय आएगा, उसका भार अखाड़ा उठाएगा अखाड़े के पंचों ने वृद्ध एवं दिव्यांगो के अलावा वीवीआईपी के लिए लिफ्ट स्थापित करने की योजना भी स्वीकार कर ली है और निकास द्वार पर स्थान भी नियत कर दिया है।