उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बरकरार है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा कि “शुरुआती लक्षण दिखने पर मैंने कोविड जांच कराई और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।”
प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं।
इस बीच जो लोग भी मेरे संपर्क में आएं हैं वह अपनी जांच अवश्य करा लें और एहतियात बरतें।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 14, 2021
उन्होंने कहा “मैं स्व-पृथकवास में हूं और चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहा हूं। सभी कार्य वर्चुअली संपादित कर रहा हूं।” योगी ने एक अन्य ट्वीट में कहा “प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। इस बीच जो लोग भी मेरे संपर्क में आएं हैं, वह अपनी जांच अवश्य करा लें और एहतियात बरतें।”
गौरतलब है कि योगी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत कुछ अधिकारियों के कोविड-19 संक्रमित होने के बाद मंगलवार को खुद को पृथकवास में कर लिया था। वहीं योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लॉकडाउन से साफ इन्कार कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल अभी लॉकडाउन नहीं होगा। सरकार का प्रयास लोगों के जीवन के साथ उनकी आजीविका का भी है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले की अपेक्षा भले ही थोड़ी तेज है, लेकिन अभी हम उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन की ओर नहीं जा रहे हैं। अभी प्रदेश में उन सभी शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है जहां पर 500 या अधिक एक्टिव केस हैं। ऐसे में लॉकडाउन की तरफ जाने की आवश्यकता भी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जीवन को भी बचाना है और उनकी जीविका को भी बचाना है। जीवन और जीविका को बचाने के इस क्रम में जो सबसे अच्छे विकल्प हो सकते हैं उन्हीं में केंद्र के साथ सरकार ने नाइट कर्फ्यू के रूप में यह व्यवस्था तैयार की है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लगने से ठेला,खोमचा और पटरी दुकानदारों पर रोजी रोटी का संकट हो सकता है और सरकार उनका पूरा ध्यान रख रही है।