उप्र : उच्चतम न्यायालय के अयोध्या फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 112 मुख्यालय में संचालित हो रही इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर का निरीक्षण किया। पुलिस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी।
श्री योगी को पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर की कार्यशैली के सम्बन्ध में उन्हें विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। उच्चतम न्यायालय के 05 जजों की बैंच द्वारा अयोध्या प्रकरण के फैसले को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में सामाजिक समरसता एवं आपसी सौहार्द बनाये रखने एवं भावी चुनौतियों को ध्यान में रखकर 112 मुख्यालय में मुख्यमंत्री के निर्देशन में पुलिस महानिदेशक द्वारा इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर स्थापित कराया गया है।
इस मौके पर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री जी को इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर की कार्यशैली के सम्बन्ध में अवगत कराया। इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्ट एक ऐसा एकीकृत कमान्ड सेन्टर है, जिसमें सूचना के सभी ह्मोतों जैसे 112 पर फोनकॉल, इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल मीडिया, कन्ट्रोल रूम, रेडियो वायरलेस तथा डिजिटल समाचार पोर्टलों से प्राप्त जानकारी के रिस्पॉस में आपरेशनल रणनीति बनाकर तत्काल कार्रवाई की जा सकती है। आवश्यकतानुसार पीआरवी, क्यूआरटी एवं स्थानीय पुलिस बल को तत्काल मौके पर पहुचकर आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जा रहा है।
प्रवक्ता के अनुसार इस सेन्टर में अपर पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवायें/112 एवं फायर, अभिसूचना, सीआरपीएफ, जीआरपी, आरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ आदि के प्रतिनिधि भी समन्वय के लिए उपस्थित रहे। प्रत्येक जोन की समग, निगरानी के लिए एक-एक डेडिकेटेड डेस्क (कुल 08) स्थापित किया गया है।
इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर पर कार्यरत पुलिस कर्मियों द्वारा वर्तमान परिवेश में पल-पल की खबरों पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है, यह सेन्टर 24 घण्टे कार्यरत रहेगा। उन्होंने बताया कि 112 पर आने वाली सूचनाओं की संख्या सामान्य रही। इनमें 17 सूचनायें वर्तमान परिवेश से सम्बन्धित है जबकि पीआरवी द्वारा घटनास्थल पर पहुचने पर समस्त सूचनायें असत्य पायी गयी एवं सूचनाकर्ताओं के विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई भी की गयी।