चित्रकूट जिला जेल में शुक्रवार को हुए खूनी संग्राम में मारे गए कुख्यात अपराधी मेराज अली और मुकीम काला के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शनिवार को उनके परिजनों को सौंप दिया। मुकीम काला वेस्ट उत्तर प्रदेश का इनामी गैंगस्टर था। मेराज को विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया गया है। वहीं, सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए अंशुल दीक्षित के शव का अभी पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।
चित्रकूट के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शैलेन्द्र कुमार राय ने बताया, ‘‘शुक्रवार को आपसी झड़प में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित द्वारा चलायी गयी गोली लगने से मारे गए कुख्यात अपराधी मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली और मुकीम काला के शव पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार दोपहर उनके परिजनों को सौंप दिए गए।’’
उन्होंने बताया, ‘‘बाद में सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए गैंगस्टर अंशुल दीक्षित के शव का अभी पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।’’ गौरतलब है कि शुक्रवार को आपसी विवाद के बाद जिले की रगौली जेल के अंदर गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने मेराज और काला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में अंशुल दीक्षित भी मारा गया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की एक जांच टीम गठित कर छह घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी थी जिसके आधार पर प्रशासन ने जेल अधीक्षक और जेलर को निलंबित कर दिया है। अपर मुख्य सचिव गृह व कारागार अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार की रात बताया था कि घटना की जांच रिपोर्ट के आधार पर चित्रकूट जेल के अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल को निलंबित कर दिया गया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या और जेलकर्मी भी इस मामले में दोषी पाये गये हैं, उन्होंने बताया कि अन्य जेल कर्मियों पर भी कारागार महानिदेशक द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इस बीच शुक्रवार देर रात शासन स्तर से जिला कारागार कासगंज के अधीक्षक अशोक कुमार सागर को जिला कारागार चित्रकूट का जेल अधीक्षक और जिला कारागार अयोध्या के जेलर सीपी त्रिपाठी को जिला कारागार चित्रकूट का जेलर बनाया गया है। दो अन्य वरिष्ठ जेल अधिकारियों के भी कार्यक्षेत्र में फेरबदल हुआ है।