उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में बच्चों के साथ अश्लीलता करने, चाइल्ड पॉर्नोग्राफी बनाने, उसे ऑनलाइन बेचने के मामले में गिरफ्तार जूनियर इंजीनियर को बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया। सीबीआई ने मंगलवार को सिंचाई विभाग के कर्वी के जूनियर इंजीनियर रामभवन सिंह को गिरफ्तार किया था।
रामभवन सिंह पर चित्रकूट, बांदा और हमीरपुर जिलों में 5 से 16 साल की आयु के करीब 50 बच्चों के साथ कुकृत्य करने का आरोप है। दिल्ली से पहुंची केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने मंगलवार को रामभवन को गिरफ्तार कर चित्रकूट में ही पूछताछ के बाद बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया।
कल सीबीआई को तलाशी के दौरान आठ मोबाइल फोन, करीब आठ लाख रुपये नकदी, सेक्स टॉय, लैपटॉप और बड़ी मात्रा में बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री के अन्य डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। उन्होंने बताया कि आरोप है कि रामभवन पिछले 10 साल से इस काम को अंजाम दे रहा था।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, यह जूनियर इंजीनियर पहले फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर दोस्ती करता था। उसके बाद उन्हें महंगे गिफ्ट का प्रलोभन देता था। कई बच्चों लड़कों को उसने महंगे मोबाइल, घड़ी, विदेशी, चॉकलेट जैसे प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाता था। बच्चों का यौन शोषण करने के साथ-साथ चाइल्ड पोर्नोग्राफी में इस्तेमाल करता था।