सीएम योगी ने शिव भक्तों से किया वादा पूरा कर दिया है। आज सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ियों पुष्पवर्षा की तथा कांवड मार्ग का निरीक्षण किया। सीएम का हेलीकॉप्टर मुजफ्फरनगर , खतौली व मेरठ के क्षेत्र में पुष्पवर्षा करते हुए गाजियाबाद की ओर प्रस्थान कर गया।
इस दौरान सीएम योगी ने बागपत के पूरा महादेव का भी किया निरीक्षण किया। आसमान से पुष्पों को गिरते देख शिवभक्तों ने हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया।
योगी आदित्यनाथ दिल्ली प्रवास से लखनऊ वापसी से पहले कांवडियों से किए वादों को पूरा कर गए हैं। उन्होनें सभी कांवड़ मार्गों की व्यवस्था व जायजा लेते शासन -प्रशासन को निर्देश दिए। योगी ने पूर्व में ही प्रशासनिक अधिकारियों को हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने और कांवड़ यात्रा की निगरानी करने के निर्देश दिए थे।
योगी -मोदी के मुखौटे में नजर आए कांवडिये
शिवभक्त में मोदी व योगी जैसा दिखने का जनून चढ़ा हुआ दिखा। जब शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा की जा रही थी कांवड़ यात्रियों का सैलाब उमड़ गया था। मन मोह देने वाली झांकियों ने मोदी योगी से जुड़े गानों की धमक पर कांवड़ नृत्य कर रहें थे। शिव भक्तों के स्वागत के लिए सजा शहरों का मुख्य मार्ग रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है। जगह-जगह कांवड़ सेवा शिविर स्थापित किए गए हैं।
हर -हर महादेव के नारे से भक्तिमय हो गया माहौल
सरकारी प्रवक्ता ने बताया, “योगी का हेलीकॉप्टर दोपहर में बागपत के सिद्धपीठ परशुरामेश्वर पुरामहादेव मंदिर पहुंचा और मंदिर परिसर व कावड़ मार्ग के लगभग चार चक्कर लगाए। हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की गई, जिसके बाद कांवडियो ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाकर माहौल को और भक्तिमय कर दिया। वहीं, बागपत के जिलाधिकारी (डीएम) राजकमल यादव और पुलिस अधीक्षक (एसपी) नीरज जादौन ने खुली जीप में सवार होकर कांवड़ियों पर फूल बरसाए।” कावड़ मार्ग पर जगह-जगह डीएम-एसपी के खुली जीप से शिवभक्तों पर पुष्प वर्षा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
योगी ने 18 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिलों में तैनात वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करते हुए निर्देश दिया था कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह स्वास्थ्य चौकियां स्थापित की जाएं और किसी भी तरह की धार्मिक यात्रा या जुलूस में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि गाजियाबाद-हरिद्वार मार्ग कांवड़ यात्रा की दृष्टि से सर्वाधिक व्यस्त रहता है और यहां दूसरे राज्यों के श्रद्धालु भी आते हैं, इसलिए सीमावर्ती राज्यों से भी संवाद बनाए रखें। उन्होंने किसी भी तरह की अप्रिय सूचना मिलने पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को खुद मौके पर जाने के निर्देश दिए थे।