गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को अज्ञात हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब पुलिस दोनों को यहां एक मेडिकल कॉलेज लेकर जा रही थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महज दो दिन पहले ही झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा असद मारा गया था। खबरों के अनुसार , अतीक अहमद पर गोली चलाने वाले हमलावरों में अरुण मौर्या, नवीन तिवारी और सोनू शामिल था।
UPDATE : –
– हमलावर जिस मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया उसका नंबर UP 70 M 7337 है
– पूरी यूपी में हाई अलर्ट जारी
– तीन सदस्यीय टीम मामले की जांच करेगी
– CM योगी ने उच्चस्तरीय जांच के दिए आदेश
– कानपूर में भी हाई अलर्ट
– सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को प्रयागराज जाने के निर्देश दिए. संजय प्रसाद संभालेंगे प्रयागराज की कमान ।
– विपक्षी पार्टियों के नेता किए गए नजरबंद, पार्टी मुख्यालयों पर पुलिस बल तैनात
-समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा मुख्यालय के आसपास भारी पुलिस फोर्स तैनात ।
– प्रयागराज में धारा 144 लागू
– मौके पर यूपी एसटीएफ और फॉरेंसिग टीम और स्वाट कमांडो पहुंचे
– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई लेवल की मीटिंग में डीजीपी और एडीजी देर रात सीएम आवास पहुंचे हैं
– अतीक और अशरफ की हत्या के बाद घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम
– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग
– खबरों के अनुसार , अतीक अहमद पर गोली चलाने वाले हमलावरों में अरुण मौर्या, नवीन तिवारी और सोनू शामिल था
– माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले तीनों हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हमलावरों को थाने ले जाया गया है। इस बीच एक सिपाही भी घायल हो गया। घायल सिपाही को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
– प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास हमला हुआ
– पूरी वारदात कैमरे में भी कैद
– इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने दिया गया अंजाम
– मौके पर जय श्रीराम के नारे जरूर सुने गए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
अतीक के खिलाफ 101 मुकदमे दर्ज
अतीक के खिलाफ कुल 101 मामले दर्ज थे। वर्तमान में कोर्ट में 50 मुकदमे चल रहे हैं, जिनमें एनएसए, गैंगस्टर व गुंडा एक्ट के डेढ़ दर्जन से अधिक मामले हैं. उसके खिलाफ पहला मामला 1979 में दर्ज हुआ था। इसके बाद अतीक ने अपराध की दुनिया में मुड़कर नहीं देखा। उसके खिलाफ न जाने कितने हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण के मामले दर्ज थे। मुकदमों के साथ-साथ उनकी राजनीतिक हैसियत भी बढ़ी।