कोरोना महामारी के साथ उत्तर प्रदेश के 16 जिले इस समय बाढ़ की समस्या का भी सामना कर रहा है। कोरोना काल में बाढ़ राहत शिविरों में स्वच्छता और सेनेटाइजेशन का विशेष ध्यान रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए है।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित 16 जिलों के बाढ़ राहत शिविरों में स्वच्छता और सेनेटाइजेशन सुनिश्चित हो। इन जिलों के 523 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गोयल ने बताया कि प्रदेश के आंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, गोण्डा, गोरखपुर, खीरी, कुशीनगर, मउ, संत कबीर नगर और सीतापुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
उन्होंने बताया कि पलियांकला-लखीमपुर खीरी में शारदा नदी, एल्गिनब्रिज-बाराबंकी, तुर्तीपार-बलिया और अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है । प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को शिविरों में रह रहे लोगों की जांच कराने के निर्देश भी दिए हैं कि कहीं उनमें कोविड-19 के लक्षण तो नहीं।
अगर किसी में लक्षण मिले तो उसे भर्ती कराने के भी निर्देश मुख्यमंत्री योगी ने दिए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में बाढ़ की स्थिति गंभीर नहीं है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील जगहों पर तैनात हैं और अधिकारी स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।