उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के सभी अस्पतालों में कोविड बेड्स को सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू), संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आरएमएलआईएमएस) अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए करें।
सीएम योगी ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि लखनऊ पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। लखनऊ के सभी कोविड बेड्स को सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि केजीएमयू, एसजीपीजीआई तथा आरएमएलआईएमएस अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए करें। उन्होंने कहा कि लखनऊ के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में संचालित कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाएं चुस्त-चुस्त एवं मानकों के अनुरूप होनी चाहिए। उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ने के निर्देश भी दिए हैं।
योगी ने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमें लगाई जाएं। कोविड-19 के नियंत्रण में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और मेडिकल टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने ट्रेसिंग और टेसि्टंग के कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर समेत सभी मेडिकल उपकरण क्रियाशील रहने चाहिए। चिकित्सालयों में ऑक्सीजन का 48 घण्टे का बैकअप अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहना चाहिए।
योगी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्र सरकार की ऑनलाइन ओपीडी सेवा ‘ई-संजीवनी’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। बड़ी संख्या में मरीजों ने मोबाइल एप के माध्यम से इस सुविधा का लाभ प्राप्त किया है। उन्होंने निर्देश दिए कि ‘ई-संजीवनी’ सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ऑनलाइन ओपीडी सेवा का लाभ प्राप्त कर सकें।