उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को प्रयागराज में उनके बाघंबरी मठ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे यहां संत समाज की तरफ से आए हैं। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि "अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज के दुखद घटना से हम सब व्यथित हैं ये एक दुखद घटना है।"
सीएम योगी ने कहा कि ये बेहद ही दुखद घटना है। मैं खुद श्रद्धांजलि देने के लिए स्वयं आया हूं। अखाड़ा परिषद और संत समाज की सेवा जो उन्होंने की है वो अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ की बात मुझे याद है कि एक एक घटना को आम जनमानस के भावनाओं को वैश्विक स्तर पर कैसे पहुंचाएं उसे व्यवस्थित करने के लिए हमें प्राप्त हुआ था। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष होने के बावजूद मान-अपमान की चिंता किए बगैर उन्होंने अपना पूरा योगादन दिया था।
सीएम योगी ने कहा, उन्होंने 13 अखाड़ों के बीच संवाद और समन्वय, धर्माचार्यों के बीच में संवाद के लिए सुंदर प्रयास किया था। साधु समाज की समस्या को लेकर, धर्माचार्यों की समस्या हो, अखाड़ा परिषद की समस्या या अखिल भारतीय स्तार पर उनका सानिध्य प्राप्त होता था। आज वे हमारे बीच नहीं है ये धार्मिक और आध्यात्मिकजगत जगत के लिए बड़ी क्षति है।
सीएम ने केस की जांच के संबंध में कहा, "कल की घटना को लेकर बहुत सारे साध्य एकट्ठा किए गए हैं। केस की जांच 4 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे हैं। पुलिस की एक टीम, एडीजी जोन, आईजी जोन, डीआईजी प्रयागराज इसकी जांच कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "मौत का सच जल्द सामने आएगा। सभी जांच एजेंसियां अलर्ट पर है। पुलिस जल्द ही दोषियों का पर्दाफाश करेगी और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे।"
उन्होंने कहा, "जो भी जिम्मेदार होगा उसे कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। कल 5 सदस्यीय डॉक्टरों की एक टीम उनके पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम करेगी। इसके बाद धार्मिक रीति-रिवाज के हिसाब से बाघंबरी मठ के अंदर ही उनकी समाधी बनाई जाएगी।"