योगी आदित्यनाथ जिस बुलडोजर मॉडल का अनुसरण कर रहे हैं, वह भाजपा में मुख्यमंत्रियों के लिए एक मॉडल बन रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर मॉडल अब भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए रोल मॉडल बनता जा रहा है। योगी के बुलडोजर की चर्चा अब सिर्फ उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं रह गई है बल्कि भाजपा के सबसे लोकप्रिय स्टार प्रचारकों में से एक योगी आदित्यनाथ की डिमांड अब देश के हर राज्य से आने लगी है। जहां भी चुनाव होते हैं वहां के भाजपा उम्मीदवार अपने-अपने इलाकों में योगी आदित्यनाथ की रैली करवाने की मांग करते हैं। ऐसे में योगी आदित्यनाथ जहां जहां भी जाते हैं बुलडोजर की पहचान और बुलडोजर बाबा का नाम उनके साथ-साथ ही जाता है।
यह विकास और शांति का प्रतीक हो सकता है
योगी के विरोधी बुलडोजर जस्टिस को कानून का उल्लंघन बताते हुए उनकी सरकार की आलोचना करते हैं लेकिन योगी स्वयं बुलडोजर को विकास और शांति का प्रतीक बताते हुए यह कह चुके हैं कि चूंकि बुलडोजर का उपयोग कानून को लागू करने के लिए होता है इसलिए यह विकास और शांति का प्रतीक हो सकता है। विरोधी दलों की आलोचना को पूरी तरह से खारिज करते हुए योगी आदित्यनाथ यह भी दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश में जो भी कदम उठाए गए हैं वो कानून के दायरे में रहकर उठाए गए हैं। इसको लेकर नोटिस दिए गए और फिर उनको समय भी दिया गया। समय देने के बाद भी अगर व्यक्ति ने अपने स्तर पर कुछ नहीं किया होगा तभी एजेंसियो ने उसको तोड़ने के साथ ही उसे तोड़ने में जो खर्चा आया होगा उसकी भी वसूली उनसे की होगी।
राजनीतिक संदेश देने का प्रयास करती रहती है
दरअसल, राष्ट्रवाद और सुरक्षा भाजपा की छवि का अभिन्न हिस्सा और पहचान है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर यह देखा जाता है कि केंद्र की मोदी सरकार आतंकवाद, संगठित अपराध और पाकिस्तान के मोर्चे पर हमेशा हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देती है तो वहीं भाजपा की राज्य सरकारें कानून व्यवस्था के मसले पर ठोस कदम उठाकर एक राजनीतिक संदेश देने का प्रयास करती रहती है। उत्तर प्रदेश के बाद योगी का यह बुलडोजर मॉडल मध्य प्रदेश, हरियाणा, असम और यहां तक कि गुजरात होते हुए अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी पहुंच गया। यहां तक कि आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली में भी पिछले नगर निगम ने जिसमें भाजपा का बहुमत था, बुलडोजर का उपयोग किया था।
छवि को मजबूत बना कर चुनावों में फायदा दे सकता है
दरअसल, बुलडोजर को भाजपा ने न्याय और मजबूत कानून व्यवस्था का प्रतीक बना दिया है जिसकी आम मतदाता भी प्रशंसा करता हुआ नजर आता है। भाजपा के हर मुख्यमंत्री को यह लगने लगा है कि बुलडोजर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल उनकी छवि को मजबूत बना कर चुनावों में फायदा दे सकता है इसलिए भाजपा को बुलडोजर से कोई परहेज नहीं है बल्कि आने वाले दिनों में न केवल इसका उपयोग बढ़ने वाला है बल्कि उत्तर प्रदेश की तरह अन्य राज्यों में भी यह चुनावी अभियान, चुनावी नारे और चुनावी कंपैन सॉन्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने जा रहा है।