यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की सामूहिक विवाह योजना को गांव की बेटी-सबकी बेटी की भावना का परिचायक बताया है। गाजियाबाद में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 2306 नवदम्पतियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था कि जब गरीब की बेटी की शादी के खर्च के डर से नजदीकी रिश्तेदार भी घबराते थे, सरकार की ओर से भी कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन पूरा समाज बड़े उत्साह के साथ गरीब की बेटी की शादी में सहभाग करता है। आज मंत्री और विधायक गरीब की बेटी के शादी कार्ड बांटते हैं।
गाजियाबाद में सोमवार को आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को शुभाशीष भी दिए। साथ ही कहा, सामूहिक विवाह के यह कार्यक्रम सच्चे अर्थों में सामाजिक समता के प्रतीक हैं। यहां न कोई जाति-मजहब का भेद है न ही दहेज लोभियों की समस्या। श्रम विभाग के लोककल्याणकारी प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था वही कर सकता है जिसने गरीब की पीड़ा झेली हो, दु:ख का अनुभव किया हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रवासी श्रमिक हों या निवासी हर किसी सरकार सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दे रही है। हर श्रमिक 05 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है। कोरोना काल की चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना से पस्त थी तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी के जीवन और जीविका को सुरक्षित-संरक्षित किया। कोरोना से बचाव के लिए मुफ्त टेस्ट और इलाज तो हुआ ही, सभी को मुफ्त अन्न राशन भी दिया। हर श्रमिक को भरण-पोषण भत्ता दिया गया। यही नहीं, अब तक करोड़ से अधिक मुफ्त कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है तो दीपावली से होली तक मुफ्त राशन के साथ-साथ नमक, दाल और चीनी भी दी जाएगी।
सीएम ने सभी से जल्द से जल्द कोरोना रोधी वैक्सीन लगवाने की अपील भी की। नेशनल राशन पोर्टिबिलिटी योजना की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि, आज गाजीपुर का श्रमिक गाजियाबाद में काम करे या चेन्नै और मुंबई में, हर कोई अपना मुफ्त राशन बड़े ही आराम से ले सकता है।