उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के मरीजों का उपचार कर रहे सभी निजी अस्पतालों को अपने यहां भर्ती मरीजों के उचित इलाज के लिए अपेक्षित दवाओं एवं उपकरणों की आवश्यकता पड़ने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को सूचित करने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इस बारे में बताया।
शर्मा ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दवाओं एवं उपकरणों की कोई कमी नहीं है। यह सब स्थिति कालाबाजारी करने वालों की बनाई हुई है। जिस रेमडेसिविर इंजेक्शन के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है वह निश्चित तौर सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं, लेकिन राज्य सरकार ने हर जिले की स्थिति के अनुसार कोटा तय किया है और वहां के मुख्य चिकित्साधिकारी वास्तविक मांग के मुताबिक उक्त इंजेक्शन उपलब्ध करा रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि दूसरी ओर, इंजेक्शन की कालाबाजारी से जुड़े लोग मोटा पैसा कमाना चाह रहे हैं। इस समस्या के निदान के लिए कोविड-19 रोगियों के उपचार में जुटे सभी निजी अस्पतालों को कहा गया है कि वे सीएमओ को आवश्यक इंजेक्शनों की सूची उपलब्ध कराएं जिसके बाद सीएमओ अपने कोटे के अनुसार उन्हें इंजेक्शन जारी कर देंगे।