उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले की गंगोह विधानसभा सीट के उपचुनाव में गुरुवार को बीजेपी प्रत्याशी ने ज्यादातर राउंड तक पीछे रहने के बाद जोरदार वापसी करते हुए अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी को हरा दिया। कांग्रेस ने लगातार बढ़त बनाये रहे अपने प्रत्याशी के ऐन मौके पर हारने का विरोध किया है।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव आयोग से मामले की निष्पक्षता से जांच कराने की मांग की है। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि सहारनपुर जिले की गंगोह विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कीरत सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार नोमान मसूद को 5362 मतों से हरा दिया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी इसके ख़िलाफ सख़्ती से लड़ेगी। निर्वाचन आयोग इस मामले की निष्पक्षता से जाँच कराए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 24, 2019
बीजेपी प्रत्याशी को 68,237 मत जबकि मसूद को 62,875 वोट मिले। सपा के चौधरी इन्द्रसेन को 57,352 तथा बसपा के चौधरी इरशाद को 32,269 मत हासिल हुए। दरअसल, सुबह मसूद मतगणना शुरू होने के बाद से ही बीजेपी प्रत्याशी पर लगातार बढ़त बनाये हुए थे, लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने से कुछ पहले उनकी बढ़त कम होना शुरू हुई और वोटों की गिनती खत्म होने के बाद कीरत सिंह को विजयी घोषित कर दिया गया।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बीजेपी इतने अहंकार में है कि गंगोह से हमारे जीतते हुए प्रत्याशी को मतगणना स्थल से निकालकर उसके मंत्री ने जनता का निर्णय बदलवा दिया गया। जिलाधिकारी को पांच-पांच बार फोन करके गड़बड़ी करायी गयी। यह लोकतंत्र का सरासर अपमान है।
उन्होंने ‘ट्वीट’ कर कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ सख्ती से लड़ेगी। निर्वाचन आयोग से मांग है कि वह इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू’ ने भी सहारनपुर जिला प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी ने जिला इंतजामिया की मदद से धांधली कर कांग्रेस प्रत्याशी को हरवाया है। यह लोकतंत्र की हत्या है।
बीजेपी छल और बल के बूते चुनाव जीतने के लिये हर हद पार कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने गंगोह में मतगणना स्थल पर आंदोलन शुरू कर दिया है और इसे प्रदेशव्यापी बनाया जाएगा। इस बीच, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमण्डल ने चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत की है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिदार्थ प्रिय श्रीवास्तव की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचकर की गयी शिकायत में आरोप लगाया कि प्रशासन ने मतगणना के अंतिम दौर में कांग्रेस के सभी मतगणना एजेंटों और मीडिया को काउंटिंग स्थल से बाहर निकाल दिया और कांग्रेस प्रत्याशी की बढ़त को दरकिनार कर बीजेपी उम्मीदवार की बढ़त दिखा दी गयी।