उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की हत्या को लेकर सियासत शुरू हो चुकी है। गुरुवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोक दिया गया। सभी नेताओं को आजमगढ़ के सर्किट हाउस में नज़रबंद किया गया है। जिसके विरोध में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने धरना दिया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत को जिला प्रशासन ने गांव में जाने पर रोक दिया है। सभी बड़े नेताओं को सर्किट हाउस में एक तरह से नजरबंद कर रखा है। किसी कार्यकर्ता को भी बड़े नेताओं से मिलने की इजाजत नहीं दी गई।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इसपर ट्वीट करते हुए लिखा, आजमगढ़ में यूपी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रधान सत्यमेव जयते के घर मिलने जा रहा था। दबंगों ने उनकी हत्या कर दी थी। दलित विरोधी यूपी सरकार ने हमारे प्रदेश अध्यक्ष व नेताओं को अंदर कैद कर दिया है। ये सरकार हत्याएं तो नहीं रोक पा रही है लेकिन न्याय में मदद रोकने को आमादा है।
आजमगढ़ में यूपी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रधान सत्यमेव जयते के घर मिलने जा रहा था। दबंगों ने उनकी हत्या कर दी थी।
दलित विरोधी यूपी सरकार ने हमारे प्रदेश अध्यक्ष व नेताओं को अंदर कैद कर दिया है।
ये सरकार हत्याएं तो नहीं रोक पा रही है लेकिन न्याय में मदद रोकने को आमादा है। pic.twitter.com/nlz7gwoodY— UP Congress (@INCUttarPradesh) August 20, 2020
पीएल पुनिया ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार की तानाशाही और पुलिस की ज्यादती कांग्रेस पार्टी को दलितों के लिए संघर्ष करने से नहीं रोक सकती है। आजमगढ़ सर्किट हाउस पर पुलिस के पहरे की जगह योगी जी इसे छावनी में भी तब्दील कर देंगे, तब भी हम दलित प्रधान के न्याय के लिए लड़ेंगे।
गौरतलब है कि आजमगढ़ के तरवा थाने के बांसगांव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की हत्या कर दी गई थी। तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने इस हत्या को अंजाम दिया। वारदात के बाद आक्रोशित भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। कथित तौर पर एक उच्च जाति के आरोपी द्वारा उसे मार दिया गया क्योंकि उसने सामाजिक न्याय की वकालत की थी।