राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को भड़की हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन से बुधवार रात यहां मुलाकात की।
शहीद सरदार नच्छतर सिंह के परिवारजनों से मिला, शोक संवेदनाएँ व्यक्त की।#लखीमपुर_नरसंहार के इन पीड़ित परिवारों ने दोहरी क्षति झेली है- अपनों को खोने का दुख तो है ही साथ में सरकार भी लगातार वार कर रही है।
प्रतिनिधिमंडल पहले पलिया तहसील पहुंचा और उसने मारे गए चार किसानों में से एक किसान लवप्रीत सिंह के परिवार से मुलाकात की।
मुआवजे की कोई परवाह नही , न्याय चाहिए
इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात की और ‘‘उन्होंने एक ही बात कही कि उन्हें मुआवजे की कोई परवाह नही हैं। उन्हें न्याय चाहिए। न्याय तब तक नहीं मिल सकता, जब तक गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा इस्तीफा नहीं देंगे, क्योंकि उनके होते हुये निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। वह गृह राज्य मंत्री हैं ।”
मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किये जाने के सवाल पर प्रियंका ने कहा, ”जब हमें बिना प्राथमिकी और बिना किसी आदेश के गिरफ्तार कर सकते हैं तो फिर अपराधियों को क्यों गिरफ्तार नहीं करते?’’
इस बीच, राहुल गांधी ने लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद ट्वीट किया ,”शहीद लवप्रीत के परिवार से मिलकर उनका दु:ख बांटा, लेकिन जब तक न्याय नही मिलेगा, तब तक यह सत्याग्रह चलता रहेगा। तुम्हारा बलिदान भूलेंगे नहीं, लवप्रीत।”
शहीद लवप्रीत के परिवार से मिलकर दुख बाँटा लेकिन जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक ये सत्याग्रह चलता रहेगा।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता किसान के चौखड़ा फार्म स्थित आवास पहुंचे, जहां उन्होंने शोक संतप्त परिवार से बात की और उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। राहुल और प्रियंका ने लवप्रीत के परिजनों को गले लग कर ढांढस बंधाया । इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हैं।
राहुल और प्रियंका ने हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से निघासन में मुलाकात की, जिसके बाद कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ”आज पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी निघासन, लखीमपुर खीरी पहुंचे । कश्यम के पिता ने बताया कि उसे कार से रौंदा गया तथा अगर सरकार ने घंटों तक आपराधिक लापरवाही न बरती होती, तो उसकी जान बच सकती थी ।”
आज स्वर्गीय पत्रकार साथी रमन कश्यप के परिवार में निगासन, #लखीमपुर_खीरी में श्री राहुल गाँधी व श्रीमती प्रियंका गाँधी पहुँचे।
पिता ने बताया कि रमन कश्यप को कार से रौंदा गया तथा उसकी जान बच सकती थी अगर सरकार ने घंटों तक अपराधिक लापरवाही न की होती। pic.twitter.com/lMQZl9Krdm
सूत्रों ने बताया कि बाद में प्रतिनिधिमंडल देर रात हिंसा का शिकार हुए एक अन्य किसान नछत्तर सिंह के धौरहरा स्थित घर पहुंचा। प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने कुछ पीड़ितों के परिवारों से बुधवार को मुलाकात की और शेष से बृहस्पतिवार को मुलाकात करेगा ।
प्रियंका गांधी कोसोमवार सुबह से हिरासत में रखा गया
प्रियंका गांधी को सीतापुर में पीएसी अतिथि गृह में सोमवार सुबह से हिरासत में रखा गया था। उन्होंने कहा था कि वह रिहा होते ही लखीमपुर के लिए रवाना हो जाएंगी। उन्हें बुधवार दोपहर को हिरासत से रिहा कर दिया गया, जिसके बाद वह राहुल एवं अन्य नेताओं के साथ लखीमपुर रवाना हो गयीं ।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि कांग्रेस नेता बुधवार देर रात लखनऊ लौट आयेंगे। उनका बृहस्पतिवार को बहराइच जाने का कार्यक्रम हैं, क्योंकि मारे गये चार किसानों में से दो बहराइच के रहने वाले थे ।
जानिए ! पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर दौरे से पहले किसानों के प्रदर्शन के दौरान तीन अक्टूबर को भड़की हिंसा में आठ लोग मारे गए थे। आरोप है कि घटना में एक एसयूवी ने चार किसानों को कुचल दिया जो तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। बाद में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक को पीट-पीटकर मार डाला जबकि हिंसा के दौरान एक स्थानीय पत्रकार की भी जान चली गई।
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।