उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है| पुलिस ने अबतक बवाल में शामिल 9 अभियुक्त को गिरफ्तार किया है| हांलाकि एक भी नामजद आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है| मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सांगीपुर ब्लॉक प्रमुख अशोक सिंह बबलू के घर भी पुलिस की दबिश पड़ी| इनके अलावा कांग्रेस समर्थक रामबोध शुक्ल, अशोक धर, गुड्डू के घर पर भी पुलिस द्वारा छापेमारी की गई| फिलहाल मामले में प्रतापगढ़ पुलिस के हाथ एक भी नामजद आरोपी नहीं आया है| सभी फरार बताए जा रहे हैं|
मामले में CM योगी की सख्ता के बाद लालगंज सीओ सस्पेंड
वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती दिखाई थी. इस मामले में लालगंज सीओ जगमोहन यादव को शासन ने निलंबित कर दिया गया है| आईजी केपी सिंह ने घटना के बाद ही सीओ की लापरवाही की रिपोर्ट भेजी थी. इसमें उन्हें सरकारी कार्य में लापरवाही, अदूरदर्शिता का दोषी माना गया| आईजी केपी सिंह की रिपोर्ट में कहा गया है कि दो राजनीतिक दलों के एक कार्यक्रम में जाने के बावजूद पर्याप्त पुलिस फ़ोर्स नहीं लगाईं गई थी|
सांसद और उनके समर्थकों के साथ हुई थी मारपीट
दरअसल हाल की में ‘गरीब कल्याण मेला’ में बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता और कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के समर्थक आपस में भिड़ गए थे. इस झड़प के दौरान दोनों नेता ही कार्यक्रम में मौजूद थे| उनके सामने ही कार्यकर्ताओं के बीच गाली-गलौज शुरू हो गई. सिर्फ इतना ही नहीं प्रमोद तिवारी के समर्थकों ने सांसद और उनके समर्थकों को कथित तौर पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा|
बवाल में पुलिसकर्मी भी हुए घायल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर सांसद संगम लाल गुप्ता की गाड़ी पर पथराव कर उसमें तोड़फोड़ करने का भी आरोप है| सासंद की गाड़ी में लाठियों से तोड़फोड़ करने की भी खबर सामने आई थी| वहीं इस हमले में कई कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल बताए गए थे|