उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में सोमवार को एक ही परिवार के आठ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जिसके बाद इलाके में भय का माहौल बन गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एस. के. उपाध्याय ने बताया कि चोपन थाना क्षेत्र के मारकुंडी गांव में 30 मई को एक ही परिवार के सात लोग मुंबई से लौटे थे। अगले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिवार के सभी सदस्यों के नमूने जांच के लिए भेजे और उन्हें गृह पृथक-वास में रहने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि सभी जांच रिपोर्ट आज आयी है जिनमें सभी आठ लोग के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने मारकुंडी गांव को हॉटस्पॉट बनाते हुए सील कर दिया है। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी जा रही हैं। पूरे क्षेत्र को संक्रमण मुक्त किया जाएगा। उपाध्याय ने बताया कि जिले में फिलहाल 22 लोग उपचाराधीन हैं जबकि तीन व्यक्ति संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से सोमवार को आठ और लोग की मौत के साथ संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढकर 283 पहुंच गयी जबकि 411 नए मामलों के साथ राज्य में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या 10, 947 हो गई है। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कुल 283 मरीजों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हुई है। 4320 लोग उपचाराधीन हैं जबकि 6344 लोग उपचारित होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं।
प्रसाद ने बताया कि रविवार को प्रदेश में 13, 236 नमूनों की जांच की गयी जो एक दिन में हुई सबसे ज्यादा जांच है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कोशिश है कि बहुत जल्द हम इसे 15 हजार पर लेकर आयें।’’ उन्होंने बताया कि रविवार को ही पूल टेस्टिंग के माध्यम से पांच-पांच नमूनों के 1113 पूल लगाये गये, जिनमें से 113 पूल में संक्रमण की पुष्टि हुई। दस-दस नमूनों के कुल 183 पूल लगाये गये, जिनमें से 21 पूल संक्रमित हुए। प्रमुख सचिव ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव घूमकर 13, 69, 136 प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों का परीक्षण किया, उनमें से 1299 लोग में कोविड-19 के लक्षण मिलने पर उनकी जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से प्राप्त अलर्ट के आधार पर अब तक ऐसे 67, 288 लोगों को फोन कर उनका हाल चाल पूछा गया और उन्हें सावधान किया गया। प्रसाद ने बताया कि 151 लोगों ने अवगत कराया है कि वे संक्रमित हैं और किसी ना किसी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है जबकि 76 लोगों ने बताया कि वे पूर्णतया उपचारित होकर अस्पताल से छुटटी पा चुके हैं और 3245 लोगों ने बताया कि वे पृथकवास में हैं।