उत्तर प्रदेश के ललितपुर से दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया है। यहां 65 वर्षीय दलित बुजुर्ग को जबरन मूत्र पीने को मजबूर किया गया। विरोध करने पर बुजुर्ग के साथ कथित तौर पर मारपीट भी की गई। एक हफ्ते पहले गांव के दबंगो ने बुजुर्ग के बेटे को कुल्हाड़ी से मारा था, जिसकी शिकायत उसने थाने में की थी। आरोपी इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर को वापस लेने का दवाब बना रहे हैं।
दरअसल, दलित उत्पीड़न का यह पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रोड़ा गांव का है जहां 65 वर्षीय दलित अमर के साथ गांव के ही कुछ दबंगो ने बेरहमी से मारपीट की है। पीड़ित अमर की हालत गंभीर होने के चलते उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित का आरोप है कि एक हफ्ते पहले गांव के दबंगो ने उसके बेटे को कुल्हाड़ी से मारा था, जिसकी शिकायत उसने थाने में की थी।
इसके बाद कुछ लोग बीती सोमवार रात गांव के एक खोखे पर आ गए, जहां उन्होंने पीड़ित अमर को पकड़ लिया और राजीनामा का दबाव बनाने लगे। पीड़ित ने बताया कि जब उसने राजीनामा से मना किया तो सोनू यादव नामक एक व्यक्ति ने कप में पेशाब भरकर जबरन उसे पिलाने की कोशिश की, लेकिन अमर लगातार विरोध करता रहा।
मोहल्ले के लोगों ने देखा तो अमर को आरोपी सोनू यादव और उनके साथियों से बचाया। पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग की तहरीर के आधार पर एससी/एसटी एक्ट, जातिसूचक शब्द कहने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में सोनू के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।