इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव करेंगे मामले की जांच
लखीमपुर खीरी मामले में लगातार सियासत बढ़ती जा रही है, सभी विपक्षी दाल इस मामले में किसानों के परिजनों को न्याय दिलाने की और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव से कराने का ऐलान किया है। वह दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। जांच के दौरान मुख्यालय लखीमपुर होगा। सरकार एक न्यायिक आयोग का गठन भी करेगी।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने की पीड़ित परिवारों से मुलाकात
बता दें कि कल दिन भर चले हंगामे के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लखीमपुर जाने की इजाजत मिलने और पीड़ित परिवारों से उनकी मुलाकात होने के बाद आज समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) नेता सतीश चंद मिश्रा समेत कई अन्य नेता लखीमपुर जा सकते हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर भी पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। आज इस पर सुनवाई होगी।
किसान समूह ने किया दावा मिश्रा का बेटा एक कार में था मौजूद
किसान समूह दावा कर रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा एक कार में था, जब वाहन ने 4 प्रदर्शनकारियों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। हालांकि उन्होंने इस आरोप से इनकार किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने घोषणा करते हुए कहा कि वह इस मामले को मीडिया रिपोर्ट के रूप में ले रहा है और मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना के 2 वकीलों के एक पत्र ने घटना की उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच पर संदेह व्यक्त किया।