नेताजी के निधन के बाद से ही मैनपुरी सीट खाली पड़ी हुई थी जिसको लेकर यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार इस सीट से भाजपा पार्टी अपनी सत्ता को बनाए रखने में सक्षम हो पाएगी लेकिन इस सीट से डिंपल यादव भारी मतों से विजयी घोषित कि गई है। वह दो लाख वोटों से भाजपा उम्मीदवार शक्य से आगे चल रही है। इस जीत को लेकर अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने गुरूवार को कहा कि मैनपुरी की जनता ने यह दिखा दिय है कि वह नेताजी के साथ खड़ी है और भारी बढ़ते के साथ सपा को विजयी मिली है। इसी को लेकर शिवपाल यादव और अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव की समाधि पर उन्हें जाकर पूर्ण रूप से श्रद्धांजिल देंगे।
नेताजी के विकास से मिली डिपंल को जीत- शिवपाल यादव
शिवपाल ने कहा कि परिवार एकजुट होकर लड़ा, इसलिए पार्टी ‘बड़ी जीत’ की ओर अग्रसर है। मैनपुरी उपचुनाव में सपा उम्मीदवार और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को एक लाख से ज्यादा मतों से बढ़त मिलने के बाद शिवपाल ने मुलायम सिंह की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में शिवपाल ने कहा, “नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और समाजवादी सरकार ने मैनपुरी में जो विकास किया है, उसकी वजह से यह ‘बड़ी जीत’ मिली है। मैनपुरी में आज भी नेताजी का जलवा कायम है।”
डिंपल यादव ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए- शिवपाल
सपा अध्यक्ष से अपने सभी गिले-शिकवे भुलाकर मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल के पक्ष में प्रचार करने वाले शिवपाल ने कहा, “अब जो भी चुनाव होगा, हमारा पूरा परिवार एक होकर ही लड़ेगा। हमारी बहू (डिंपल) एक बड़ी जीत की ओर इसलिए अग्रसर है, क्योंकि पूरा परिवार एक होकर लड़ा।” शिवपाल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के निर्देश पर मैनपुरी के अधिकारियों ने सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया। उन्होंने कहा कि जनता ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सपा को रिकॉर्ड वोट दिए। शिवपाल ने कहा, “सपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक उत्पीड़न का मुकाबला किया, यही वजह है कि डिंपल को अकेले जसवंतनगर क्षेत्र से एक लाख से अधिक वोटों की बढ़त मिली है। इतने उत्पीड़न के बावजूद पार्टी की जीत हो रही है।”