अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में भाषण देने वाले डॉक्टर कफील खान के मामा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घटना के पीछे पैसों को लेकर विवाद बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कफील के मामा एवं पेशे से प्रॉपर्टी डीलर नुसरत उल्ला वारसी की शनिवार रात करीब पौने 11 बजे राजघाट थाना क्षेत्र के बनकटीचक स्थित उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वारसी शनिवार रात पड़ोस में ही रहने वाले अपने मित्र सिराज तारिक के घर से लौट रहे थे कि तभी उनके घर के सामने खड़े एक व्यक्ति ने उनके सिर में गोली मार दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में इमामउद्दीन और अनिल सोनकर नामक व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वारसी ने साल 2019 में नवंबर में इमामउद्दीन से साढ़े चार एकड़ जमीन पर कब्जे का मुकदमा जीता था। दोनों के बीच सिद्धार्थनगर जिले के इटवा इलाके में भी 10-12 एकड़ जमीन को लेकर विवाद था। वहीं, अनिल सोनकर ने वारसी की प्रॉपर्टी डीलिंग कम्पनी में एक करोड़ 95 लाख रुपये निवेश किए थे, जिन्हें वह वापस लेना चाहता था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या और साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है।
उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। वारसी गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के निलंबित प्रवक्ता और इस वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मथुरा जेल में बंद डॉक्टर कफील खान के मामा थे। डॉक्टर कफील खान गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में साल 2017 में बड़ी संख्या में हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर चर्चा में आये थे