उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम ने दिल्ली के कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन के पास स्थित एक घर से 21 वर्षीय ‘लव जिहाद’ पीड़िता को ढूंढ निकाला है। एटा जिले की लापता युवती 35 दिन बाद मिली है। मामले में मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद अपने 4 रिश्तेदारों के साथ गायब हो गया है।
राज्य के नए धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किए जाने के बाद एटा पुलिस फरार हुए 5 लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने के लिए एक स्थानीय कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट ने पांचों आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी कर दिया।पुलिस ने अब तक आरोपी के 14 रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, इसमें 3 महिलाएं शामिल हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हिंदू धर्म की युवती को बुधवार की देर शाम एटा लाया गया है, और मेडिकल जांच के बाद उसे गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।” डीएसपी राम निवास सिंह ने कहा, “6 दिनों के प्रयासों के बाद हमने दिल्ली के कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन के पास एक घर से युवती को बरामद कर लिया है। मुख्य आरोपी ने उसे अपने दोस्त के घर पर रखा था। वह अभी तक अपने पिता द्वारा लगाए गए अपहरण और गैरकानूनी तरीके से धमार्तंरण के आरोपों पर कोई जानकारी देने के लिए तैयार नहीं हुई है।”
बता दें कि 28 वर्षीय जावेद और उसके परिवार के 5 सदस्यों पर पिछले हफ्ते युवती का अपहरण करने और उसे इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार, युवती 17 नवंबर से लापता थी, लेकिन उसके परिवार ने 17 दिसंबर को तब मामला दर्ज कराया जब उन्हें जावेद के वकील ने दिल्ली से एक पत्र भेजकर युवती के धर्म परिवर्तन करने और कोर्ट में शादी करने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आईपीसी की धारा 366 और उप्र के नए धर्मांतरण विरोधी कानून 2020 के तहत मामला दर्ज किया है।