हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने एक ऐलान किया है। प्रदेश की योगी सरकार कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाले पत्रकारों के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता खो चुके बच्चों के लालन-पालन, शिक्षा-दीक्षा सहित उनके विकास के सभी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की शुरुआत की है। प्रदेश में 197 ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने कोविड-19 की वजह से अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है।
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वहीं, 1799 ऐसे बच्चे हैं जिनके माता पिता में से किसी एक का निधन हुआ है, लेकिन ऐसे बच्चों की जांच जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि उनके माता या पिता की आर्थिक स्थिति कैसी है। उत्तर प्रदेश में करीब एक हजार ऐसे बच्चे होंगे जिन्हें ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के तहत सहायता मिलेगी।
इस योजना के तहत बच्चे के वयस्क होने तक उनके अभिभावक अथवा देखभाल करने वाले को 4,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। 10 वर्ष की आयु से कम उम्र के ऐसे बच्चे जिनका कोई अभिभावक अथवा परिवार नहीं है, ऐसे सभी बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की सहायता से अथवा अपने संसाधनों से संचालित राजकीय बाल गृह (शिशु) में देखभाल की जाएगी।