भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष के नेतृत्व में सोमवार को किसानों ने अपनी मांग को लेकर नोएडा प्राधिकरण के सामने उद्योग मार्ग पर धरना दिया। स्थानीय किसान नेता भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष खलीफा सुखबीर ने कहा, ‘‘10 प्रतिशत विकसित भूखंड तथा मुआवजा की मांग को लेकर किसान काफी दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। जब भी किसान प्रदर्शन करने आते हैं नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी उन्हें आश्वासन देते हैं, लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि करीब 80 गांवों के किसान सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के सामने प्रदर्शन के लिए पहुंचे। पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम राजेश एस ने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है। इसलिए लोगों से कहा गया है कि वह कानून का पालन करें तथा धारा 144 तथा महामारी अधिनियम के नियमों का उल्लंघन ना करें।
बता दें कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी दिल्ली की सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करे रहे किसानों ने कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार सुबह एक दिन की ‘क्रमिक’ भूख हड़ताल शुरू कर दी। किसान नेताओं के अनुसार प्रदर्शन कर रहे किसान अलग-अलग समूहों में भूख-हड़ताल करेंगे और पहले समूह में 11 लोग होंगे। दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान बीते करीब चार हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं और नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने सिंघू बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में रविवार को कहा था, ‘‘सोमवार को किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ सभी प्रदर्शन स्थलों पर एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। इसकी शुरुआत सिंघू बॉर्डर समेत यहां प्रदर्शन स्थलों पर 11 सदस्यों का एक दल करेगा।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘हम देशभर में सभी प्रदर्शन स्थलों पर मौजूद सभी लोगों से इसमें भाग लेने की अपील करते हैं।’’