किसी व्यक्ति के लिए अपने पालतू जानवरों की खुशी, भलाई और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करना और अच्छे डॉक्टर्स से संपर्क करना आम सी बात है। लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में सरकारी संसाधनों और मशीनरी के दुरुपयोग का एक बड़ा मामला सामने आया है, दरअसल जिला मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से एक पत्र के जरिये सरकारी पशु चिकित्सकों के एक समूह को फतेहपुर जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) की गाय की देखभाल करने का आदेश दिया गया है।
डॉ एसके तिवारी ने पत्र में लिखी यह बाते
विशेष रूप से, फतेहपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ), डॉ एसके तिवारी ने फतेहपुर डीएम, आईएएस अधिकारी अपूर्वा दुबे (DM Apoorva Dubey) की गाय की देखभाल के लिए सप्ताह के प्रत्येक दिन 7 डॉक्टरों को ड्यूटी पर लगाया है। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के सीवीओ ने सप्ताह में प्रत्येक दिन के लिए सात पशु चिकित्सकों को सूचीबद्ध करते हुए अपने पत्र में कहा, “जिला मजिस्ट्रेट महोदया की गाय के इलाज के लिए, निम्नलिखित पशु चिकित्सा अधिकारियों की ड्यूटी हर सुबह और शाम लगाई जाती है।”
शाम को सीवीओ के कार्यालय में रिपोर्ट करेंगे डॉक्टर्स
बताते चलें कि डॉक्टरों को न केवल डीएम की गाय की देखभाल करनी होती है, बल्कि उन्हें एक रिपोर्ट भी दाखिल करनी होती है कि उन्होंने क्या काम किया। जारी सर्कुलर में सीवीओ ने डॉ दिनेश कुमार को संबंधित डॉक्टरों के साथ संबंध स्थापित करने और उनके द्वारा किए गए कार्यों का फॉलो-अप लेने का आदेश दिया और फिर प्रतिदिन शाम 06:00 बजे सीवीओ के कार्यालय में रिपोर्ट करने की बात कही है।
कामचोरी या किसी भी तरह की ढिलाई क्षमा योग्य नहीं
फतेहपुर के सीवीओ डॉ तिवारी द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि यदि कोई सूचीबद्ध चिकित्सक डीएम की गाय की जांच के लिए उपस्थित नहीं होता है तो सर्कुलर में कहा गया है, “पशु चिकित्सक डॉ सुरेश कुमार कन्नोजिया किसी भी पशु चिकित्सा अधिकारी की अनुपस्थिति में उस दिन का काम करेंगे।” पत्र के अंत में सीवीओ कहता है, “उक्त कार्य में ढिलाई क्षमा के योग्य नहीं है।”
9 जून को जारी हुआ था सर्कुलर
गौरतलब है कि इंटरनेट पर वायरल हो रहा सर्कुलर साफतौर पर सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को दर्शाता है, इसे 9 जून को जारी किया गया था। बता दें कि हाल ही में, कर्नाटक में एक भाजपा विधायक ने अपनी बेटी द्वारा कथित तौर पर लाल बत्ती कूदने के बाद पुलिस के साथ बहस करने और दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद माफी मांगी।