उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू ट्रामा सेंटर में बुधवार देर रात मेडिसिन और हड्डी रोग विभाग में भीषण आग लग गई। लिफ्ट के डक्ट से भड़की आग की लपटें सीलिंग तक पहुंच गई। इससे परिसर में भगदड़ मच गयी हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है। धुएं के गुबार में फंसकर मरीजों व कर्मचारियों का सांस लेना मुश्किल हो गया।
केजीएमयू ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि देर रात द्वितीय तल पर लगी लिफ्ट में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। आनन फानन में वहां भर्ती करीब 175 मरीजों को बाहर निकाल लिया गया। सूत्रों ने बताया कि आर्थोपेडिक और मेडिसिन वार्ड के कॉरीडोर के फॉल्स से लपटे निकलने लगीं।
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इसके बाद लिफ्ट में भी धमाका हुआ। लिफ्ट का चैंबर धूं-धूंकर जलने लगा। ऐसे में द्वितीय तल पर हड़कंप मच गया। वार्ड के बाहर हॉल में सो रहे कई तीमारदार भागने लगे और चारों ओर चीखपुकार मच गई। देखते ही देखते सभी वार्ड में धुआं भर गया। मरीजों की जान पर आफत देख दमकल अधिकारी को फोन किया गया।
उन्होंने बताया कि दमकल की पांच गाड़ियों ने करीब आधे घंटे में आग पर काबू पाया। डॉ. तिवारी ने बताया कि किसी भी मरीज या उसके परिजन को कोई चोट नहीं आई है। सभी को सुबह ट्रामा सेंटर में फिर से भर्ती कर दिया गया ।उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि कोविड -19 के रोगियों के लिये बने पृथक वार्ड से ट्रामा सेंटर काफी दूर है।