हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की दिन दहाड़े लखनऊ में शुक्रवार को हत्या कर दी गई। उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। खबरों के मुताबिक, भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा सौंपने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के कार्यालय में घुसे थे।
अंदर घुसते ही हमलावरों ने डब्बा खोला उसमें से बंदूक निकाली और कमलेश तिवारी को गोलियों से भून कर वे वहां से फरार हो गए। कमलेश तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2017 जनवरी में ही हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी।
कमलेश तिवारी इससे पहले हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके थे। उन्होंने पैगंबर मुहम्मद से जुड़ी अत्यधिक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया था। हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने उनके खिलाफ एनएसए रद्द कर दिया था।
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। इस माह दक्षिणपंथी नेता की हुई यह चौथी हत्या है। इसके पहले देवबंद में आठ अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता चौधरी यशपाल सिंह की भी इसी तरह से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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बस्ती में 10 अक्टूबर को एक अन्य बीजेपी नेता और पूर्व में छात्र नेता रहे कबीर तिवारी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके कारण छात्र गुटों में तोड़फोड़ हुई थी और सरकारी वाहनों को जला दिया गया था। बीजेपी पार्षद धरा सिंह (47) को 13 अक्टूबर को शनिवार सुबह सहारनपुर के देवबंद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी।