पूर्वी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी का मंगलवार शाम गोरखपुर में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
तिवारी के पुत्र पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने यहां बताया कि उनके पिता ने गोरखपुर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। विनय शंकर ने बताया कि उसके पिता पिछले 3 साल से बीमार चल रहे थे। वह हृदय रोग समेत कई बीमारियों से ग्रसित थे।
श्री तिवारी की गिनती कद्दावर नेताओं में होती थी। निधन की सूचना मिलते ही उनके घर और गोरखपुर हाता पर समर्थकों की भीड़ जुट गई है। यूपी की कई सरकारों में मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी एक जमाने में पूर्वांचल के बाहुबली कहे जाते थे। उनके बेटे भी राजनीति में संसद और विधायक रह चुके हैं। चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली हरिशंकर तिवारी का नाम बार.बार उभरकर सामने आता है, वे इस सीट से लगातार 22 वर्षों (1985 से 2007) तक विधायक रहे।