संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के आरोप में और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी ।पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि शमीम, ईनाम शमीम, अल्वी और सलमान को बृहस्पतिवार शाम को गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई थी। इसमें वह 20 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान कथित तौर पर पथराव करते दिखे थे।
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपियों को सिविल लाइन्स पुलिस थाने के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया और एक आरेापी को कोतवाली पुलिस थाने के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी के साथ, प्रदर्शनों में हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए जिले से अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जिन-जिन स्थानों पर हिंसा हुई वहां के सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिंसा में संलिप्तता के लिए बुधवार शाम को दो लोगों को यहां से गिरफ्तार किया था। पुलिस को 18 लोगों के खिलाफ हिंसा में शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले थे जिसके बाद अदालत के आदेश पर उन्हें रिहा कर दिया गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में 20 दिसंबर को शुक्रवार की नमाज के बाद संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में संशोधित नगारिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान झड़पों के बाद करीब 1,200 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 5,558 लोगों को एहतियातन हिरासत में रखा गया था।