वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मुकदमे में मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतेजामिया कमिटी के प्रमुख अधिवक्ता अभय नाथ यादव का रविवार देर रात निधन हो गया। बीती रात हार्ट अटैक के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
परिवार वालों के मुताबिक रविवार देर रात 10.30 बजे के करीब उन्हें सीने में तेज दर्द की शिकायत होने पर पहले त्रिमूर्ति और फिर शुभम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देर रात उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया।
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ज्ञानवापी मस्जिद की प्रबंध समिति के सचिव एस. एम. यासीन ने बताया कि अभय नाथ यादव उनके प्रमुख अधिवक्ता थे और उन्होंने अदालत में मुसलमानों का पक्ष पुरजोर तरीके से रखा। उन्होंने कहा कि अभय नाथ यादव का निधन एक बड़ी क्षति है। बहरहाल, कोई दूसरा वकील अब उनकी जगह लेगा।
ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में दोनों पक्षों की दलीलें पूरी हो चुकी हैं। अब चार अगस्त को मुस्लिम पक्ष को कोर्ट में अपना प्रत्युत्तर पेश करना है। उल्लेखनीय है कि वाराणसी की एक अदालत ने ज्ञानवापी परिसर की ‘वीडियोग्राफी’ कर सर्वेक्षण करने का आदेश दिया था और हिंदू पक्ष ने इस दौरान एक शिवलिंग मिलने का दावा किया था। हालांकि, मुस्लिम पक्ष का दावा है कि वह ढांचा वजू खाना में मौजूद फव्वारे का हिस्सा है।