उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद केस में आए कोर्ट के फैसले पर एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, कोर्ट का यह फैसला गलत है, हम एक और मस्जिद को नहीं खोना चाहते। ओवैसी ने कहा, देश आस्था से नहीं संविधान से चलेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि, भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोग देश में तमाशा कर रहे हैं। ओवैसी ने यह बात एक मीडिया चैनल में साक्षात्कार के दौरान कही।
मुस्लमान इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा : ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, यह जो हो रहा है वह संविधान के खिलाफ है और मुस्लमान इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। ओवैसी ने कहा, यदि मैं कहूं कि, प्रधानमंत्री के घर या ऑफिस के नीचे मस्जिद है, तो क्या आप मेरी बात मानेंगे?, वहां खुदाई करवाएंगे?
मुस्लमान इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा : ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, यह जो हो रहा है वह संविधान के खिलाफ है और मुस्लमान इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। ओवैसी ने कहा, यदि मैं कहूं कि, प्रधानमंत्री के घर या ऑफिस के नीचे मस्जिद है, तो क्या आप मेरी बात मानेंगे?, वहां खुदाई करवाएंगे?
जानिए कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया
गौरतलब है कि, कल वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कर रहे कोर्ट अधिकारी को बदलने की मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि, अधिकारी को नहीं बदला जाएगा। इसके अलावा अदालत ने एक अन्य कोर्ट कमिश्नर और एक सहायक कमिश्नर को भी नियुक्त किया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि, यदि इस काम में कोई बाधा डालता है तो प्रशासन उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करें। कोर्ट ने 17 मई तक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
गौरतलब है कि, कल वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कर रहे कोर्ट अधिकारी को बदलने की मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि, अधिकारी को नहीं बदला जाएगा। इसके अलावा अदालत ने एक अन्य कोर्ट कमिश्नर और एक सहायक कमिश्नर को भी नियुक्त किया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि, यदि इस काम में कोई बाधा डालता है तो प्रशासन उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करें। कोर्ट ने 17 मई तक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने को कहा है।