हाथरस गैंगरेप पीड़िता के लिए देश के कौन से कौन से इंसाफ की मांग उठ रही है। पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को यमुना एक्सप्रेस-वे पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ग्रेटर नोएडा पुलिस द्वारा काफिला रोके जाने के बाद राहुल-प्रियंका ने पैदल मार्च शुरू किया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
काफिला के समर्थन में हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ता यमुना एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे हैं। जहां वह पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। दोनों नेताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यूपी पुलिस के साथ झड़प हुई। वहीं हाथरस में सीआरपीसी की धारा-144 लागू कर दी गई है, जो आगामी 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी।
इससे पहले प्रियंका ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल जी के साथ हम सब पैदल निकले तो बारबार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियां चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियां हमें रोक नहीं सकतीं। काश, यही लाठियाँ, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती।’’
हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल जी के साथ हम सब पैदल निकले तो बारबार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियाँ चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियाँ हमें रोक नहीं सकतीं। काश यही लाठियाँ, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती। pic.twitter.com/lRq9kLSHJz
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 1, 2020
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में रोजाना बलात्कार की घटनाएं हुई हो रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ सरकार को लेनी पड़ेगी। जो भी अपराधी हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी।’’ प्रियंका ने दावा किया कि जब तक सरकार को झकझोरा और जगाया नहीं जाएगा तब तक वह महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं करने वाली है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया है और धक्का-मुक्की की है। उन्होंने कहा, ”मैं यह पूछना चाहता हूं कि क्या देश में सिर्फ मोदीजी ही पैदल चल सकते हैं। आम आदमी क्यों नहीं चल सकता है। हमारी गाड़ी को रोका गया, इसलिए हम लोग पैदल चलने लगे।”