उत्तर प्रदेश के आगरा सिटी स्टेशन रोड पर एक धर्मशाला में खुदाई के दौरान भीषण हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि इस खुदाई के चलते धर्मशाला के आसपास के छह मकान प्रभावित हुए और धराशायी हो गए। इसके चलते इन मकानों में रह रहे करीब आधा दर्जन लोगों के दबे होने की सूचना है। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस और आपदा राहत टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अब तक तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। पुलिस के मुताबिक इस हादसे में एक चार साल की बच्ची शामिल है।
तीन लोगों को जिंदा निकाला गया
पुलिस के मुताबिक आगरा सिटी रेलवे स्टेशन के पास स्थित बिसंभर नाथ धर्मशाला के बेसमेंट में खुदाई का कार्यचल रहा है। बताया जा रहा है कि इसी खुदाई की वजह से मिट्टी सरक गई्। इसकी चपेट में आसपास के 6 मकान और एक मंदिर आ गए और देखते ही देखते यह सभी धराशायी हो गए। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि इस हादसे में कितने लोग शिकार हुए हैं। लेकिन अभी तक तीन लोगों को जिंदा निकाला गया है।
एक परिवार की मिली जानकारी
पुलिस ने बताया कि मकान धराशायी होने की वजह से यहां रहने वाले विवेक कुमार और उनकी दो बेटियां इस मलबे में दब गई थीं। इनमें सभी को बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस ने बताया कि विवेक की छोटी बच्ची की सूचना है। हालांकि अभी तक प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। वहीं बाकी मकानों के मलबे को खंगाला जा रहा है। उधर, जिलाधिकारी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। कहा कि इस घटना के लिए जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उधर, आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि3 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। हादसे में काई भी जनहानि नहीं हुई है।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
आगरा में हुए इस हादसे की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से बात की है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्य तेज कर दिया है। एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बताया कि अभी तक तीन लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इसमें एक 4 साल की बच्ची भी शामिल है। उन्होंने बताया कि टीम अभी पता करने की कोशिश कर रही है कि कोई और तो मलबे में नहीं फंसा है।
सुबह होते हुए हादसा
मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक यह हादसा सुबह 7.30 बजे के करीब हुआ। उस समय पास के धर्मशाला में खुदाई का काम चल रहा था। स्थानीय लोगों ने इस हादसे के लिए धर्मशाला ट्रस्ट को जिम्मेदार बताया। आरोप लगाया कि ट्रस्ट की लापरवाही से हय हादसा हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस खुदाई का काफी विरोध हो रहा था। बावजूद इसके ट्रस्ट प्रबंधन और ठेकेदार बेसमेंट की खुदाई कर रहे थे