बुधवार देर शाम आई आंधी-तूफान से मुगलकालीन ताजमहल के प्रवेशद्वार के दो गुलदस्ता पिलर क्षतिग्रस्त हो गए है। और रॉयल गेट के ऊपर लगा करीब 12 फीट ऊंचा पिलर भी टूटकर गिर पड़ा। परिसर में कई पेड़ धराशायी हो गए हैं। विश्र्वदाय स्मारक ताजमहल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। फोरकोर्ट में लगा नीम का पेड़ लैंप पर टूटकर गिर गया। इसके अलावा उद्यान में भी कई पेड़ टूटे हैं। रॉयल गेट के ऊपर उत्तरी व दक्षिणी ओर 11-11 छोटी छतरियां बनी हुई हैं।
छतरियों के दोनों ओर करीब 12 फीट ऊंचे जिगजैग डिजाइन के पिलर हैं। इनमें सफेद व काले संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है, जिससे भ्रम का अहसास होता है। आंधी में रॉयल गेट का उत्तरी-पश्चिमी जिगजैग पिलर टूटकर नीचे वीडियो प्लेटफार्म पर आ गिरा। उस समय ताज से पर्यटक बाहर जा चुके थे, जिससे कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। दक्षिणी गेट पर चारों कोनों पर करीब आठ फीट ऊंचे पिलर हैं।
इनमें से उत्तरी-पश्चिमी पिलर टूटकर गेट की छत पर गिर पड़ा। पूर्वी गेट स्थित सरहिदी बेगम के मकबरे के गुंबद पर लगा लाल पत्थर का गुलदस्ता भी आंधी में टूटकर गिर गया।ताज में हुए नुकसान का सही आकलन गुरुवार सुबह ही हो सकेगा। वहीं, रेवती के बाड़े में पश्चिमी दीवार से लगा पीपल का पेड़ टूट गया। इसमें बाड़े की दीवार टूटने के साथ ही बगल के मकान की दीवार भी टूट गई है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे भी आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश ने कहर बरपा।
इस दौरान तीन मासूमों समेत 18 लोगों की जान चली गई। इतना ही नहीं कई राज्यों में बारिश-ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गईं। उधर, वादी में बर्फबारी व बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। दिल्ली में मौसम सामान्य रहा। राजस्व विभाग के निर्देश पर आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आंधी-तूफान से पीड़ित लोगों को सरकार ने तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
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