शारदीय नवरात्रि से पहले, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम उठाते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक महिला पुलिस अधिकारी को एक अतिरिक्त प्रभार भी दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने इन महिला SHO के समर्थन के लिए कुशल और मेहनती पुलिस कर्मियों की एक समर्पित टीम नियुक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। सभी पुलिस अधीक्षकों और आयुक्तों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगे।
जीरो टॉलरेंस की नीति पर सीएम योगी का एक्शन
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश सोमवार को अपनी एक अभूतपूर्व पहल के दौरान दिये, जहां राज्य में पहली बार मुख्यमंत्री ने सभी थानेदारों, सर्किल अफसरों, पुलिस कप्तानों, पुलिस कमिश्नरों, आईजी रेंज और एडीजी जोन से एक साथ संवाद किया, लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित नवनिर्मित सीएम डैशबोर्ड कार्यालय से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस को जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ अपराध और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया, उन्होंने कहा कि चाहे अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
लापरवाही करने पर पद से जाएगा हटाया
मुख्यमंत्री ने कहा, जनहित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें लापरवाही स्वीकार नहीं की जा सकती, आपराधिक घटनाओं में वृद्धि तथा उनके आरोप पत्र व निस्तारण में हो रही देरी संबंधित थाने, सर्किल व पुलिस अधीक्षक की लापरवाही को दर्शाती है, शासन स्तर से हर थाने, सर्किल, जिला, रेंज और जोन की सीधी निगरानी की जा रही है। यदि किसी लापरवाही अनियमितता की पुष्टि हुई तो न सिर्फ उन्हें पद से हटाया जाएगा, बल्कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति भी दी जाएगी।