उत्तरप्रदेश विधानसभा में सीएम योगी ने विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हम वसुधैव कुटुम्बकम की बात करते हैं तो वो जाति की बात करते हैं। जब हम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की बात करते हैं तो वह जाति की बात करते हैं। जब हम बजट की बात करते हैं तो वो जाति की बात करते हैं। ये सब जानते हुए कि इसी कारण ये यूपी के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा हुआ था। इस संबंध में एक बड़े विद्वान ने कहा था कि समस्या का समाधान इस बात पर निर्भर करता है कि आपका सलाहकार कौन है। दुर्योधन का सलाहकार शकुनि था और अर्जुन के सलाहकार श्रीकृष्ण थे।
विपक्षी को बढ़ती अर्थव्यवस्था को लेकर घेरा
उन्होंने कहा वन ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य पर लोग शंका करते हैं, कहते हैं क्या ये संभव हो पाएगा। हम कहते हैं कि क्यों नहीं संभव होगा, नेक नीयत चाहिए। पिछले छह वर्ष की यात्रा ने असंभव को संभव करके दिखाया है। टीम यूपी ने 10 सेक्टर चिह्नित किये हैं, जिनपर सतत कार्य हो रहा है। हमारी पार्टी ने 2022 में 130 संकल्प प्रदेश की जनता के सामने रखे थे। इसमें से 110 संकल्पों को पूरा करने के लिए 64 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। 16-17 में रेवेन्यू कुल प्राप्ति 86 हजार करोड़ थी
इस बार का बजट यूपी को बनाएगा आत्मनिर्भर
इस वित्तीय वर्ष में हमारा राजस्व दो लाख 20 हजार करोड़ रूपये आने जा रहा है।’’ योगी ने कहा कि इस बजट का थीम यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने वाला है। देश को पांच ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए यूपी भी अपनी आबादी के हिसाब से सहभाग करने के लिए प्रयासरत हैं। 23-24 का ये बजट समावेशी, समग, विकास की सोच के साथ एक आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए पेश किया गया है। हमें गौरव की अनुभूति होती है कि यूपी आज वैल्यू सरप्लस स्टेट है। पहले बजट का आठ फीसदी भाग ऋण का ब्याज चुकता करने में जाता था, आज ये छह प्रतिशत है।