उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 854 उम्मीदवारों में करीब 147 प्रत्याशियों (25 फीसद) के विरूद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फोर डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स (एडीआर) ने बुधवार का यह जानकारी दी।
चुनाव लड़ रहे 586 उम्मीदवारों में से 584 के हलफनामों का किया विश्लेषण
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फोर डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 586 उम्मीदवारों में से 584 के हलफनामों का विश्लेषण किया । दो उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका क्योंकि उनकी अच्छी तरह स्कैनिंग नहीं हो पायी या फिर पूर्ण हलफनामे चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किये गये थे।
113 ने अपने विरूद्ध गंभीर आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की
इन 584 में से 147 उम्मीदवारों ने घोषित किया कि उनके विरूद्ध आपराधिक मामले में हैं जबकि 113 ने अपने विरूद्ध गंभीर आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की है।
SP के 35, कांग्रेस के 23, BSP के 20, BJP के 18, राष्ट्रीय लोकदल के एक एक, AAP के 7 उम्मीदवारों ने अपने विरूद्ध आपराधिक मामले
बड़े राजनीतिक दलों में सपा के 35, कांग्रेस के 23, बहुजन समाज पार्टी के 20, भारतीय जनता पार्टी के 18, राष्ट्रीय लोकदल के एक एक, आम आदमी पार्टी के सात उम्मीदवारों ने अपने विरूद्ध आपराधिक मामले लंबित होने की बात मानी है।
विश्लेषण से सामने आया कि छह उम्मीदवारों के विरूद्ध महिलाओं के विरूद्ध अपराध, एक पर हत्या, 18 पर हत्या की कोशिश के मामले चल रहे हैं।