कर चोरी की आशंका में आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज व पेट्रोल पंप पर छापा मारा। यह कार्रवाई कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ की गई। पीयूष जैन ने एक माह पहले समाजवादी नाम से भी इत्र लांच किया था। मीड़िया रिपोर्टस के मुताबिक छापों में करीब 160 करोड़ की अघोषित रकम का खुलासा हुआ है जबकि 90 करोड़ रुपये नगद मिले हैं। कानपुर में इनकी गणना के लिए नोट गिनने वाली चार मशीनें मंगाई गईं। देर रात तक टीमें छानबीन कर रही हैं।
आयकर अधिकारियों ने उनके मुंबई और गुजरात स्थित शोरूमों और आफिस में भी कार्रवाई की है। सुबह करीब 10:30 बजे आयकर की मुंबई और गुजरात विंग ने कानपुर स्थित आयकर प्रधान निदेशालय जांच के अफसरों को साथ लेकर छापामारी शुरू की। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक छापों में बड़ी मात्रा में फर्जी कंपनियों द्वारा कालाधन सफेद करने का मामला पकड़ा गया है। कम से कम 40 बोगस कंपनियां पकड़ी जा चुकी हैं, जिनके जरिए रकम को नंबर एक में किया गया। फर्जी कंपनियों के शेयरों के बेस प्राइस को कई गुना बढ़ाकर यह खेल किया गया है।
रात तक मशीनों ने गिने नोट
आनंदपुरी स्थित पीयूष जैन के घर पर मिली रकम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आयकर विभाग को नोट गिनने के लिए चार मशीनें मंगवानी पड़ीं। यह मशीनें देर रात तक उनके आवास पर ही थीं। जांच में यह भी सामने आया है कि पीयूष जैन की दो कंपनियां सऊदी अरब में हैं। छह कंपनियां देश में पंजीकृत हैं। कानपुर में आवास और कन्नौज में इत्र का कारोबार होने के बाद भी पीयूष जैन के कारोबार का मुख्य सेंटर मुंबई है। उनकी मुख्य कंपनियां भी मुंबई में ही पंजीकृत हैं, इसीलिए मुंबई की आयकर विंग ने छापों की कमान संभाली है