उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 25वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ”जीवन ज्ञान प्राप्ति की अनंत यात्रा है और जीवन को सफल बनाने के लिए संपूर्ण रूप से कुशलता प्राप्त करनी चाहिए।”
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में चल रहे दीक्षांत समारोह को शुक्रवार को आनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए राज्यपाल ने उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देने के साथ ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ”यदि हम स्वस्थ हैं तो सब कुछ संभव है।”
राज्यपाल ने कहा कि ”यह विश्वविद्यालय स्वावलंबन का प्रतीक है, जहां एक सौ से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षा दी जाती है।” नई शिक्षा नीति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे। साथ ही उन्होंने तकनीक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से होने वाले प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ”तकनीक सरल एवं उपयोगकर्ता के लिए सुलभ होना चाहिए।”
पटेल ने मानव जीवन को और अधिक सरल एवं सुगम बनाने के लिए जलवायु परिवर्तन की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उसके समाधान खोजे जाने पर बल दिया।
इस दौरान एमएससी कृषि की छात्रा दीपमाला जैन को 88.8 फीसदी अंक पाने पर कुलाधिपति स्वर्ण पदक सहित पांच पदकों से नवाजा गया। इसके अलावा कुल 44 छात्र-छात्राओं को विभिन्न पदक दिए गए तथा 34 छात्र-छात्राओं को विन्यासीकृत पदक प्रदान किए।