दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ धरने में शामिल हुए शायरों को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुशायरा कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया तो विवाद खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर उच्च स्तर पर जब इसका विरोध हुआ तो यूनिवर्सिटी को अपना मुशायरा कार्यक्रम अंत समय पर रद्द करना पड़ा।
दरअसल, यूनिवर्सिटी में स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में शुक्रवार, 13 अगस्त की शाम को मुशायरा आयोजित किया जाना था। लेकिन आखिरी समय में इसे रद्द कर दिया गया। इस मुशायरे में शबीना अदीब और हाशिम फिरोजाबादी को आमंत्रित किया गया था।
शबीना अदीब और हाशिम फिरोजाबादी पिछले साल शाहीन बाग में एक प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इतना ही नहीं, दोनों कवियों ने वहां की सरकार में पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी भी की थी। सोशल मीडिया पर दोनों शायरों को बुलाने का कड़ा विरोध हो रहा था।
मुख्य अतिथि प्रयागराज के पुलिस आयुक्त संजय गोयल ने भी इन शायरों के शामिल होने के कारण कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था। यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने भी अध्यक्षता करने से इनकार कर दिया। ऐसे में शुरुआत से ठीक पहले ही सैकड़ों की भीड़ के बीच अचानक कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।